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The Best Time & Method to Read

पढ़ने के लिए सर्वोत्तम समय व तरीका 

Best time & method to read

बेहतर ढंग से किसी काम को शुरू करना कभी - कभी काफी फायदेमंद साबित होता है। यही कारण है, की अधिकांश लोग वास्तुशास्त्र के अनुसार ही मकान बनवाते हैं।  शुभ और  मांगलिक कार्यो में सारे विधि-विधान का ध्यान रखा जाता है।

अंग्रेजी में भी एक कहावत है WELL BEGEN HALF DONE अर्थात किसी कार्य का शुभ आरम्भ अच्छे तरीके से करना उसे आधा समाप्त कर लेने के बराबर होता है।

और वैसे भी जब हमें कोई कार्य करना ही, तो क्यों न उसकी शुरुआत बेहतर  ढंग से की जाय ? कम से कम ऐसा करने उसके सकारात्मक परिणाम की संभावना तो बढ़ेगी।

यही सोच विद्यार्थियों को पढ़ते समय भी रखनी चाहियें, और अपनी क्षमता व समय का पूरा पूरा उपयोग करना चाहिये।

भारतीय मनीषियों के अनुसार रात्रि के अंतिम प्रहर का तीसरा प्रहर अर्थात ब्रहम-मुहूर्त (4.00 a.m. To 4.30 a.m.) जागने के लिये सबसे अच्छा होता है।  शास्त्रो में भी लिखा है।

वर्ण कीर्ति मतिम् लक्ष्मी, स्वस्थ्य मायुश्च विद्ति। 
ब्रह्मे संजाग्रच्छियं वा पंकज यथा।। 

अर्थात ब्रह्म-मुहूर्त में उठने से सौन्दर्य, लक्ष्मी, बुद्धि, स्वास्थय और आयु की प्राप्ति होती है। 

The Best time & method to read
और ऐसा नहीं है की यह सब  किताबी और मन-गड़ंत बातें हैं।  वैज्ञानिको ने भी इस बात की पुष्टि की है की दिन भर की अपेक्षा ब्रह्म-मुहूर्त में वातावरण में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन ( लगभग 41% ) होती है। इसके अलावा ब्रह्म मुहूर्त में मलयगिरि पर्वत की और से आने वाली संजीवनी शक्ति से परिपूर्ण सुगन्धित वायु शरीर को स्पर्श करके नवशक्ति नवशक्ति का संचार करती है।  इस समय बहने वाली हवा रात्रि में चन्द्रमा द्वारा बरसाए गए अमृत बिन्दुओ को साथ लेकर बहती है।  जिससे मस्तिष्क को एक प्रकार की उर्वरक प्राप्त होती है। 

अतः विद्यार्थिओं को जागने और पढ़ने के लियें ब्रह्म-मुहूर्त का समय सबसे उत्तम है। जिन्हें रात में देर तक पढ़ने की आदत है, उन्हें विशेषकर ध्यान रखना चाहियें, की देर रात  तक पढ़ने की  बजाय सुबह ब्रह्म-मुहूर्त में पढ़ना कहीं ज्यादा लाभप्रद है।

The best time and method to read

Follow the smart way to read

पढ़ने के लियें अपनायें स्मार्ट तरीका


आपने ऊँची ऊँची गगनचुम्बी इमारतें देखी होंगी, जो देखने में बहुत अच्छी लगती हैं।  देखने वाले कभी उसकी सुंदरता की तारीफ करते हैं, तो कभी उसकी अत्यधिक  ऊँचाई की। 

लेकिन क्या कोई कभी नींव में लगी उन ईंटो की तारीफ करता है जिनके ऊपर पूरी इमारत का अस्तित्व टिका है ?

उनकी तरफ कभी किसी का ध्यान नहीं जाता। 

ऐसा ही उस समय होता है, जब हमारी परीक्षा के परिणाम घोषित होते हैं। हमें यह बात हमेशा चुभती रहती है, कि फलां  student के इतने शानदार Marks आये हैं, तो उसने तैयारी कितने बेहतर ढंग से की होगी ?

यदि हम भी बारीको से यह बात समझ लें, तो बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।  बस हमें अपने पढ़ने के तरीके को ज्यादा असरदार और सार्थक बनाना होगा।  इसके लिए आजमाइए इन Points को। 




1. Right Choice

1. सही चुनाव 

हमेशा अपनी क्षमता और रुचि के अनुसार ही विषयों का चयन करें।  माता-पिता की इच्छा अथवा दबाव में आकर कभी भी ऐसे विषय मत चुनें, जो आपको अरुचिकार लगते हों। 

2. Target Setting

2. सही चुनाव 

आपको क्या करना हैं ? क्या बनना है ? यदि यह सब आप पहले से ही निर्धारित कर लेंगें, तो इससे आपको  होगी। 

3. Keep Focus

3. ध्यान केन्द्रित  रखें 


पढाई के वक़्त खासतौर पर Exams की तैयारी के समय यथासंभव अपना ध्यान दुनियादारी की बातों से हटाकर अपने लक्ष्य पर ही केन्द्रित रखें, क्योंकी दुनियादारी बाद में भी निभायी जा सकती है, मगर जो कीमती समान्य गुजर रहा है, वो लौट कर नहीं आयेगा। 

4. Group Study

4. ग्रुप स्टडी

किसी भी विषय की पढ़ाई के लिए Tution अथवा  Coaching ही पर्याप्त नहीं होती।  इसके लिये अपने दोस्तों के साथ का एक ग्रुप बनाएं और अपनी Problems को आपस में Discuss  करें, साथ ही दुसरो के Notes से भी Help लें।  इससे आपका Time तो बचता ही है, साथ ही Group discussion से वाक् कौशल में भी सुधार होता है। 

5. Develop reasoning

5. तर्कशक्ति विकसित करें 


किसी बात को तर्क देकर समझाना अथवा समझना साधारण तरीको से ज्यादा असरदार होता है।  इसलिए अपनी तर्कशक्ति को विकसित करें, और रटने के बजाय समझने पर  दें। 

6. Don't follow shortcuts

6. शॉर्टकट ना अपनायेँ 

पढ़ते समय Step by step अपना पूरा सिलेबस तैयार  करें।  मॉडल पेपर और गैस पेपर के चक्कर में कभी भी शॉर्टकट न अपनाएं। 


7. Give equal attention to all subjects

7. सभी  विषयो पर बारबार ध्यान दें 


कभी भी किसी भी विषय को नजरअंदाज करें।  सभी विषयो विषयो की पढ़ाई सामान रूप से करें, इसके जरुरी है, कि आप अपने अंदर Time management की आदत को विकसित करें। 

8. Keep trust on yourself

8. स्वयं पर भरोसा रखें 


कहते हैं, कि ईश्वर भी उन्ही की सहायता करते हैं, जो अपनी सहायता स्वयं करना जानते हैं। इसलियें हमेशा अपना आत्मविश्वास कायम रखें।  यदि किसी विषय को समझने में आपको दिक्कत आ रही हो,  अथवा कोई समस्या हो, तो इसे छुपायें नहीं।  बल्कि अपने अभिभाकको से या शिक्षको से सलाह लेकर इसका समाधान ढूंढें।  

उपरोक्त बातें भले आपको सुनी-सुनाई अथवा साधारण लग रही हों, लेकिन वास्तव में काफी महत्वपूर्ण हैं। 

इसलियें यदि आप अपने और अपने अपने भविष्य के  प्रति वास्तव में सचेत हैं, तो अपने पढ़ने के तरीको को और ज्यादा बेहतर बनाइये। 

क्योंकि हमारी पढ़ाई में हमारे कीमती समय के साथ-साथ घर के आर्थिक संसाधनो का भी प्रचुर मात्रा में व्यय होता है। 

इसलिये हमारा कर्त्तव्य बनता है, कि उन संसाधनो का सही उपयोग करें। 

आखरी शब्द - काम तो सभी करते हैं, लेकिन आप उसे बेहतर ढंग से करना सीखिये, तभी आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर पायेंगें। 

कृपया ध्यान दें - अगर आपके पास कोई प्रेरणादायक कहानी,  स्वास्थय टिप्स या किसी भी प्रकार के टिप्स है और आप चाहते हो की उससे पुरे विश्व को फायदा पहुंचे तो कृपया उसे हमारे साथ Share कीजिये।  पसंद आने पर हम उन टिप्स  को आपके नाम, फोटो और पते के साथ अपनी Website पर Publish करेंगें. 
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